काले या सफेद तिल? आयुर्वेद के अनुसार कौन से तिल हैं ज्‍यादा पोषण युक्‍त

आयुर्वेद के अनुसार, काले तिल (सेसमम सीड) और सफेद तिल (सेसमम इंडिकम) दोनों ही मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे होते हैं, लेकिन दोनों में थोड़ी-थोड़ी प्रमुख गुणों में अंतर होता है।

काले तिल (सेसमम सीड):

  • काले तिल में विटामिन E, विटामिन B के अनुपात, मिनरल्स (जैसे कि कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन), एंटीऑक्सिडेंट्स, और प्रोटीन्स होते हैं।
  • इसमें लिनोलेनिक एसिड भी होता है, जो एक प्रकार का आमिनो एसिड होता है जो शरीर के लिए आवश्यक होता है।
  • काले तिल को शरीर के ऊर्जा स्तर को बढ़ाने, त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने, और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए जाना जाता है।

सफेद तिल (सेसमम इंडिकम):

  • सफेद तिल में भी विटामिन E, विटामिन B के अनुपात, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, और प्रोटीन्स होते हैं।
  • इसमें कुछ प्रमुख एंटीऑक्सिडेंट्स भी पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।
  • सफेद तिल को आमतौर पर विशेषकर त्वचा के लिए उपयोग किया जाता है, और यह त्वचा को नरम, मुलायम, और चमकदार बनाये रखने में मदद कर सकता है।
काले या सफेद तिल? आयुर्वेद के अनुसार कौन से तिल हैं ज्‍यादा पोषण युक्‍त

इसलिए, दोनों ही तिलों में पोषण युक्त तत्त्व पाए जाते हैं, लेकिन उनका उपयोग आपकी आवश्यकताओं और स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर निर्भर करता है। अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए, आपको सही मात्रा में उन्हें अपने आहार में शामिल करना चाहिए। यदि आपको किसी तिल का सेवन करने से संबंधित कोई समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लें।

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